शनिवार, 5 दिसंबर 2015

विंडोज आधारित सिस्‍टम में गुगल वाइस टाइपिंग

विंडोज आधारित सिस्‍टम में गुगल वाइस टाइपिंग


हममें से अधिकांश लोगों को टंकण करना काफी श्रमसाध्‍य एवं उबाऊ कार्य लगता है और हम सभी यह सेाचते हैं कि व्‍यक्ति की आवाज सुन कर पाठ्य टाइप हो जाए तो कितना अच्‍छा होगा। गुगल कम्‍पनी यह सुविधा सभी के लिए निशुल्क प्रदान करती है। इसके लिए संबंधित व्‍यक्ति का जी.मेल एकाउन्‍ट होना चाहिए। इस अंक में कम्‍प्‍यूटर पर गुगल वाइस टाइपिंग सेवा के माध्‍यम से हिन्‍दी में टंकण करने की जानकारी प्रस्‍तुत है।

           इसके लिए सर्वप्रथम अपने कम्‍प्‍यूटर में माइक्रोफोन प्‍लगइन करें। इसके साथ ही इन्‍टरनेट से कम्‍प्‍यूटर को कनेक्‍ट कर जी.मेल एकाउन्‍ट लॉग-इन करें। अब गुगल क्रोम वेब ब्राउज़र को ओपन कर यू.आर.एल. में साइट एड्रेस के रूप में https://www.google.co.in/docs/about/ टाइप करें। ऐसा करते ही गुगल डॉक की साइट ओपन हो जाएगी। अब साइट पर मौजूद Go to Google Docs प्रेस बटन को माउस से क्लिक कर दें। अब आपका जी.मेल एकाउन्‍ट वाला वेब पेज ओपन हो जाएगा। इस वेबपेज में अपना लॉग-इन नेम तथा पासवर्ड प्रविष्‍ट कर साइन इन प्रेस बटन दबाएं। ऐसा होते ही कई डॉक्‍यूमेंटयूक्‍त एक नया वेब पेज ओपन हो जाएगा। अब इसमें से माउस द्वारा ब्‍लैंक डॉक्‍यूमेंट को क्लिक कर सक्रिय कर लें। प्रतिक्रिया स्‍वरूप एक नया डॉक्‍यूमेंट आपके स्‍क्रीन पर ओपन हो जाएगा । यह डॉक्‍यूमेंट कम्‍प्‍यूटर में इन्‍स्‍टॉल किए हुए वर्ड डॉक्‍यूमेंट के समान ही होगा। वस्‍तुत: यह उक्‍त डॉक्‍यमेंट का ऑनलाइन रूप है तथा यह आपके जी.मेल एकाउन्‍ट से लिंक्‍ड होता है।

अगले क्रम में माउस द्वारा क्रमश: फाइल तथा लैंग्‍वेज मैन्‍यू को सक्रिय करते हुए उस भाषा विशेष का चयन करें जिसमें आप वाइस टाइपिंग सुविधा चाहते हैं। उदाहरण के रूप में हमने यहॉं हिन्‍दी का चयन किया है। इसके अन्‍तर्गत मराठी, बॉंग्‍ला, तमिल, तेलुगु, मलयालम सहित अधिकांश भारतीय भाषाओं में टंकण की सुविधा है।

इसके बाद माउस से टूल मैन्‍यू को सक्रिय करते हुए वाइस टाइपिंग मैन्‍यू को क्लिक करें जिससे वाइस टाइपिंग मैन्‍यू स्‍क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा। अगले चरण में उसे माउस से क्लिक कर सक्रिय कर दें । ऐसा करते ही उसका रंग बदलकर लाल हो जाएगा । रंग बदलना इस बात का सूचक है वाइस टाइपिंग हेतु सिस्‍टम तैयार है। अब आप जो भी बोलेंगे वह डॉक्‍यूमेंट में टाइप हुआ पाएंगे।
  
आप जो भी बोलते हैं वह इंटरनेट के माध्‍यम से गुगल सर्वर स्थित डेटाबेस में जाता है तथा वहॉं संबंधित भाषा के डेटाबेस से शब्‍द मिलान के पश्‍चात आपके डिवाइस में टाइप होता है। इस प्रक्रिया के कार्यान्‍वयन हेतु कम्‍प्‍यूटर का इन्‍टरनेट से जुड़ा रहना परम आवश्‍यक है। यह यह ध्‍यान रखने कि बात है कि  टाइप किए हुए पाठ्य को सिस्‍टम स्‍वयं संचित करता रहता है।


बुधवार, 14 अक्टूबर 2015

गुगल वाइस टाइपिंग

गुगल वाइस टाइपिंग



हममें से अधिकांश लोगों को टंकण करना काफी श्रमसाध्‍य एवं उबाऊ कार्य लगता है। इस समस्‍या का समाधान विंडोज़, एंड्रायड तथा मैक आधारित विविध वाइस रिकोगिनेशन सॉफ्टवेयर के माध्‍यम से किया जा सकता है। इस अंक में एंड्रायड आधारित गुगल वाइस टाइपिंग सेवा की जानकारी प्रस्‍तुत है।


 
           इसके लिए सर्वप्रथम अपने एंड्रायड डिवाइस के सेटिंग को क्लिक करते हुए लैंग्‍वेज एण्‍ड इनपुट टैब को ओपन करें। तदुपरान्‍त डिफाल्‍ट टैब को क्लिक करते हुए गुगल के Hinglish & Hindi की-बोर्ड का चयन करें।




 अगले क्रम में क्रमश: गुगल वाइस टाइपिंग तथा लैग्‍वेजेस टैब को क्लिक करें। ऐसा होते ही चेक बाक्‍सयुक्‍त विविध भाषाओं की सूची स्क्रीन पर आ जाएगी । अब इसमें से आप जिस भाषा संबंधी वाइस टाइपिंग सेवा चाहते हैं उन भाषाओं के सम्‍मुख विद्यमान चेक बॉक्‍स को क्लिक करते हुए सेव बटन का चयन करें। इसमें आप एक से अधिक भाषाओं का भी चयन कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यहॉं English (India) तथा हिन्‍दी (भारत) का चयन किया गया है।


उल्‍लेखनीय है कि ऑफ लाइन स्पिच रेकोगिनेशन टैब को क्लिक कर ऑफ लाइन प्रयोग के लिए लैंग्‍वेज पैकेज डाउनलोड करने की सुविधा विद्यमान है। फिलहाल यह सुविधा हिन्‍दी के लिए उपलब्ध नहीं है।


इसके साथ ही हमें Text-to-speech output टैब को क्लिक कर PREFERED ENGINE के अन्‍तर्गत Google Text-to-speech Engine तथा Voice input टैब के अन्‍तर्गत Enhanced Google service विकल्‍प का चयन करना होगा। ऐसा करते ही आपका एंड्रायड डिवाइस वाइस टाइपिंग करने हेतु सक्षम हो जाएगा। 

अब वाट्स ऐप, एस.एम.एस., हैंग आउट, फेसबुक तथा किसी भी उन्‍य मैसेजिंग ऐप को ओपन कर टैक्‍स्‍ट एरिया को सक्रिय करें। ऐसा करते ही माइक्रोफोनयुक्‍त टाइपिंग की-बोर्ड स्‍क्रीन पर उभर आएगा। माइक्रोफोन को सक्रीय करने के लिए उसे क्लिक करें। प्रतिक्रिया स्‍वरूप गुगल वाइस टाइपिंग स्‍क्रीन उभर आएगा । अब जैसे ही माइक्रोफोन के चिह्न को क्लिक करेंगे उसका रंग बदल जाएगा। रंग बदलना इस बात का सूचक है वाइस टाइपिंग हेतु डिवाइस तैयार है। अब आप जो भी बोलेंगे वह टैक्‍स्‍ट एरिया में टाइप हुआ पाएंगे।

 यहॉं ध्‍यान देने योग्‍य बात यह है कि आप जो भी बोलते हैं वह इंटरनेट के माध्‍यम से गुगल सर्वर स्थित डेटाबेस में जाता है तथा वहॉं संबंधित भाषा के डेटाबेस से शब्‍द मिलान के पश्‍चात आपके डिवाइस में टाइप होता है। इस प्रक्रिया के कार्यान्‍वयन हेतु डिवाइस का इन्‍टनेट से जुड़ा रहना परम आवश्‍यक है।गुगल डाक्‍यूमेंट में वाइस टाइपिंग:- सर्व प्रथम आपने एंड्रायड डिवाइस के एकाउंट टेब में अपना जी.मेल एकाउन्‍ट लॉग-इन करें तथा प्‍ले स्‍टोर से गुगल डॉक ऐप डाउनलोड कर डिवाइस में इंस्‍टाल कर ले। अगले क्रम में गुगल डाक्‍यूमेंट को क्लिक कर ओपन कर लें। यह गुगल डॉक्‍यूमेंट आपके जी.मेल एकाउन्‍ट से लिंक्‍ड होगा।


डॉक्‍यूमेंट के टैक्‍स्‍ट एरिया को क्लिक करते ही माइक्रोफोनयुक्‍त टाइपिंग की-बोर्ड स्‍क्रीन पर उभर आएगा। अब उपरोक्‍त विधि अनुसार माइक्रोफोन को सक्रीय करें। अब जैसे ही माइक्रोफोन के चिह्न को क्लिक करेंगे उसका रंग बदल जाएगा। रंग बदलना इस बात का सूचक है वाइस टाइपिंग हेतु डिवाइस तैयार है। अब आप जो भी बोलेंगे वह टैक्‍स्‍ट एरिया में टाइप हुआ पाएंगे।विंडोज़ आधारित कम्‍प्‍यूटर में भी माइक्रोफोन प्‍लग–इन करके भी वाइस टाइपिंग किया जा सकता है। इसके लिए ब्राउज़र ओपन कर अपना जी.एम. एकाउन्‍ट ओपन करते हुए गुगल डॉक्‍यूमेंट ओपन कर लें और गुगल डॉक्‍यमेंट के टूल मैन्‍यू को माउस द्वारा क्लिक करते हुए वाइस टाइपिंग मैन्‍यू सक्रीय करें। अब आप जो भी बोलेंगे वह गुगल डॉक्‍यूमेंट में टाइप हुआ पाएंगे।

शुक्रवार, 3 जुलाई 2015

डिजिटल लॉकर



डिजिटल लॉकर

 संतोष कुमार गुप्‍ता
 कनिष्‍ठ हिन्‍दी अनुवादक

सूचना क्रॉंति के इस युग में दस्‍तावेजों को सुरक्षित रखना किसी चुनौती से कम नहीं रह गया है। सुरक्षा एवं सुविधा, दोनों की दृष्टि से यह कार्य महत्‍वपूर्ण है। डिजिटल लॉकर में आवश्‍यक दस्‍तावेज संचित करने पर उपयोगकर्ता दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर अपने दस्‍तावेज प्राप्‍त कर सकता है और दस्‍तावेज डिजिटल फार्मेट में होने के कारण उसके फटने,खोने अथवा दुरूपयोग होने की संभावना भी नहीं रहती है। भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुविधा के लिए डिजिटल लॉकर की व्‍यवस्‍था उपलब्‍ध करवाई है। इस अंक में डिजिटल लॉकर संबंधी जानकारी प्रस्‍तुत है।  इस लॉकर में व्‍यक्ति को अपनी  शैक्षणिक प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कॉर्ड जैसे अहम दस्तावेज स्कैन कर अपलोड और साझा करने में सहूलियत मिलेगी। इसके अलावा आपका डिजिटल लॉकर उन सब एजेंसियों के नाम भी प्रदर्शित करेगा जो  डिजिटल सिग्नेचर जारी करती हैं तथा उनका भी नाम दर्शाएगा जिन्होंने आपके डिजिटल डॉक्यूमेंटस देखे हैं। -दस्तावेजों को एक्स.एम.एल. फॉर्मेट में डिजिटल लॉकर में अपलोड किया जा सकता है।




डिजिटल लॉकर हेतु पंजीकरण:- इसके लिए उपयोगकर्ता को सर्वप्रथम https://digitallocker.gov.in/Register.aspx साइट ओपन कर साइन अप लिंक क्लिक करते हुए दिए गए टैक्‍स्‍ट बॉक्‍स में क्रमश: अपना आधार कार्ड नम्‍बर तथा मोबाइल अथवा ई-मेल पर सरकार द्वारा प्रेषित ओ.टी.पी. नम्‍बर (वन टाइम पासवर्ड) टाइप कर यूज़ ओ.टी.पी. प्रेस बटन क्लिक करना होगा।
ऐसा करते ही आधार कार्ड से आपकी वैधता सत्‍यापित हो जाएगी। अगले चरण में रजिस्‍टर फॉर अ डिजिटल लॉकर अकाउंट वेबपेज ओपन हो जाएगा। इस वेबपेज में क्रमश: एन्‍टर यूजरनेम, एन्‍टर पासवर्ड तथा कन्‍फर्म पासवर्ड के नीचे बने टैक्‍स्‍ट बॉक्‍स में अपेक्षित जानकारी भरें। यह कार्य नए ई-मेल आई.डी. बनाने के समान ही है। अंत में सब्मिट प्रेस बटन को क्लिक कर दें। ऐसा करते ही साइट पर आपका डिजिटल लॉकर अस्तित्व में आ जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि भविष्‍य में उपयोगकर्ता कहीं से भी इस यूजर नेम तथा पासवर्ड से अपना डिजिटल लॉकर एक्‍सेस कर सकेगा। यहाँ आपको अपनी प्रोफाइल बनाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि प्रोफाइल पिक्चर, नेम, एड्रेस आदि सीधे आधार कार्ड से यहॉं लिंक हो जाएगा। डिजिटल लॉकर अकाउंट बनाने के बाद आप डिजिटल लॉकर अकाउंट को फेसबुक और जी-मेल से लिंक कर सकते हैं। शुरुआती तौर पर भारतीय नागरिकों कोडिजिटल लॉकर पर अपने दस्तावेज सुरक्षित रखने केलिए 1 जीबीस्टोरेज दी गई है।

   
      उपयोगकर्ता द्वारा साइन इन करने पर माय डॉक्‍यूमेंट नामक वेबपेज ओपन हो जाएगा जिसमें आप डिपार्टमेंट इश्‍यूड डॉक्‍यूमेंट्स तथा सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स नामक दो खंड बना पाएंगे। डिपार्टमेंट इश्‍यूड डॉक्‍यूमेंट्स में सरकार द्वारा प्रेषित दस्‍तावेज प्रदर्शित होंगे जिन्‍हें उपयोगकर्ता डाउनलोड कर सकेगा। सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स खंड में उपयोगकर्ता अपनी शैक्षिक पात्रता तथा आधार कार्ड संबंधी दस्‍तावेजों को अपलोड कर सकेगा। 
 

डॉक्‍यूमेंट अपलोडिंग विधि:- सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स शीर्ष के ऊपर दॉंयी ओर विद्यमान अपलोड के चिह्न को माउस से क्लिक करें ऐसा करते ही अपलोड डॉक्‍यूमेंट नामक एक विन्‍डो ओपन हो जाएगा जिसमें सिलेक्‍ट डॉक्‍यूमेंट के सम्‍मुख ड्रॉप डाउन मेन्‍यू से अपेक्षित डॉक्‍यूमेंट अर्थात आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस अथवा एस.एस.सी., एच.एस.सी., स्‍नातक प्रमाण पत्र का चयन करें।
अब चूज़ प्रेस बटन को क्लिक कर अपलोड किए जानेवाले प्रमाणपत्र का लोकेशन सिलेक्‍ट करें। इसके बाद अपलोड किए जानेवाले डॉक्‍यूमेंट के संबंध में डिसक्रिप्‍शन शीर्ष के आगे बने टैक्‍स्‍ट बॉक्‍स में 50 अक्षरों में कुछ विवरण लिखें और अंत में अपलोड बटन को प्रेस कर दें। ऐसा होते ही डॉक्‍यूमेंट अपलोड हो जाएगा तथा उसे सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स शीर्ष के अन्‍तर्गत देखा जा सकेगा। इस शीर्ष के अन्‍तर्गत आप डॉक्‍यूमेंट अपलोडिंग तिथि भी जान सकेंगे। उल्‍लेखनीय है कि अपलोड किए जाने वाले प्रत्‍येक फाइल का आकार 1 एम.बी. से ज्यादा नहीं होना चाहिए तथा फाइल अनिवार्य रूप से पी.डी.एफ., जे.पी.ई.जी., जे.पी.जी., पी.एन.जी., बी.एम.पी. और जी.आई.एफ. फॉर्मेट में होने चाहिए।


डॉक्‍यूमेंट डाउनलोडिंग विधि:- डॉक्‍यूमेंट को डाउनलोड एवं शेयर करने की विधि बहुत आसान है। सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स के अन्‍तर्गत प्रदर्शित डॉक्‍यूमेंट्स में से जिस डॉक्‍यूमेंट को डाउनलोड करना हो उसे माउस से क्लिक कर दें। ऐसा होते ही वह डॉक्‍यूमेंट आपके कम्‍प्‍यूटर के हार्डडिस्‍क पर सेव हो जाएगा।  

डॉक्‍यूमेंट शेयरिंग विधि:- डॉक्‍यूमेंट को शेयर करने की विधि बहुत आसान है। सेल्‍फ अपलोडेड डॉक्‍यूमेंट्स के अन्‍तर्गत प्रदर्शित डॉक्‍यूमेंट्स में से जिस डॉक्‍यूमेंट को शेयर करना हो उसके आगे बने शेयर के चिह्न को माउस से क्लिक कर दें। ऐसा होते ही शेयर विन्‍डो ओपन हो जाएगा जिसमें आप उस व्‍यक्ति अथवा संगठन विशेष का ई-मेल टाइप कर शेयर प्रेस बटन को क्लिक कर दें जिसे आप डॉक्‍यूमेंट शेयर करना चाहते हैं। ऐसा होते ही उक्‍त डॉक्‍यूमेंट की डाउनलोड लिंक संबंधित व्‍यक्ति या संगठन को मेल द्वारा प्राप्‍त हो जाएगी।