इण्डिक आई.एम.ई. 1(v5.1) एवं टूल कीट की कार्यप्रणाली
राजभाषा विभाग, भारत सरकार द्वारा राजभाषा हिन्दी को सर्वव्यापी बनाने तथा युनिकोड में हिन्दी टंकण को प्रोत्साहित करने हेतु समय-समय पर परिपत्र आदि परिचालित किए जाते हैं। वस्तुत: युनिकोड स्क्रीप्ट में ही हिन्दी भाषा की प्रगति संभव है क्योंकि युनिकोड में टंकित पाठ्यसामग्री को देखने अथवा पढ़ने के लिए कम्प्यूटर पर अलग से हिन्दी फॉन्ट इन्स्टाल करने की आवश्यकता नहीं होती है । युनिकोड में टंकित पाठ्यसामग्री को वेबसाइट पर अपलोड करना तथा पढ़ पाना संभव हो पाता है। वर्तमान में युनिकोड फॉन्ट तो डिफाल्ट फॉन्ट के रूप में माइक्रोसाफ्ट कम्पनी द्वारा निर्मित माइक्रोसाफ्ट 2000 तथा उसके बाद के संस्करण वाले सॉफ्टवेयरों में विद्यमान रहता है।
हिन्दी टंकण हेतु प्रयुक्त फॉन्ट तथा अनुप्रयोगों में एकरूपता लाने के उद्देश्य से हिन्दी युनिकोड में टंकण कार्य को लोकप्रिय बनाने हेतु हिन्दी इण्डिक आई.एम.ई.1(v5.1) एवं टूल कीट के इन्स्टालेशन व प्रयोग संबंधी जानकारी निम्नांनुसार प्रस्तुत है:
इंडिक आई.एम.ई. किसी भी विन्डोज 2000/एक्सपी प्लेटफार्म के ऑफिस एक्स.पी. एप्पिलिकेशन अर्थात वर्डपैड, नोटपैड तथा एम.एस.वर्ड में QWERT की-बोर्ड के द्वारा हिन्दी टंकण सहजता से करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
विन्डोज एक्स.पी.
सर्विस पैक 2
इण्डिक आई.एम.ई. टूल इन्स्टालेशन का इन्स्टालेशन :
हिन्दी इण्डिक आई.एम.ई.1(v5.1) को अनजिप कर अनजिप हुए फाइल में विद्यमान हिन्दी 'सेटअप. ई.एक्स.ई. फाइल (setup.zip)' को रन कर दें। तदुपरान्त सिस्टम को रिबूट कर दें। ऐसा करते ही आपके कम्प्यूटर पर हिन्दी इण्डिक आई.एम.ई.1(v5.1) इन्स्टाल हो जाएगा।
विंडोज में हिन्दी सपोर्ट इनेबल करना: अपने कम्प्यूटर के क्रमश: र्स्टाट एवं प्रोग्राम मेन्यू से होते हुए कन्ट्रोल पैनल' में जाऍं। वहॉं 'रिजनल एण्ड लैंग्वेज ऑप्शन' को सक्रिय करते हुए 'लैंग्वेज' टैब को क्लिक करें।
तदुपरान्त 'इन्स्टाल फाइल्स फार काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट चेक बॉक्स' के सम्मुख प्रदर्शित चेक बॉक्स को क्लिक कर 'ओ.के.' प्रेस बटन को दबाएं। यदि आपके कम्प्यूटर में विंडोज एक्स.पी. पूर्ण रूप से इन्स्टाल किया गया होगा तो सिस्टम स्वत: ही काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट हेतु वांछित फाइल्स इन्स्टाल कर देगा अन्यथा विन्डोज एक्स.पी. सी.डी. को सीडी.रॉम में डाले जाने संबंधी निदेश स्क्रीन पर प्रदर्शित करेगा। सीडी.रॉम में वांछित सी.डी. डाले जाने पर कम्प्यूटर स्वत: ही आवश्यक फाइल्स ग्रहण कर लेगा। ऐसा होते ही इन्डिक लैंग्वेज सपोर्ट आपके कम्प्यूटर पर इंस्टाल हो जाएगा। इन्स्टालेशन के अन्तिम चरण में कम्प्यूटर को 'रिस्टार्ट' करें।
इण्डिक आई.एम.ई. की-बोर्ड जोड़ना: पूर्वोक्त विधि द्वारा क्रमश: स्टार्ट, सेटिंग्स तथा कन्टोल पैनल मैन्यू से होते हुए रिजनल एण्ड लैंग्वेज ऑप्शन डायलॉग बॉक्स के 'लैंग्वेज' टैब को सक्रिय कर 'डिटेल' प्रेस बटन को क्लिक करें। ऐसा करते ही 'टेक्स्ट सर्विस एण्ड इनपूट लैंग्वेज सर्विस डायलॉग बॉक्स' प्रदर्शित हो जाएगा जिसमें आपके सिस्टम में विद्यमान विविध की-बोर्ड तथा उन्हें जोड़ने और हटाने हेतु 'ऐड' व 'रिमूव' प्रेस बटन दिखाई देंगे। 'ऐड' बटन को माउस द्वारा प्रेस कर 'इनपूट लैंग्वेज' सूची में 'हिन्दी' तथा प्रदर्शित 'की-बोर्ड ले-आउट' में 'हिन्दी आई.एम.ई. की-बोर्ड ले-आउट' को चुन कर 'अप्लाय' व 'ओ.के.' बटन को क्लिक करें। ऐसा होते ही हिन्दी आई.एम.ई. की-बोर्ड आपके कम्प्यूटर से जुड़ जाएगा।
भाषा परिवर्तन हेतु कुँजी सैट करना: उपरोक्त डायलॉग बॉक्स में विद्यमान की-सेटिंग्स प्रेस बटन को क्लिक कर आवश्यकता एवं रूचि अनुसार अंग्रेजी से हिन्दी तथा हिन्दी से अंग्रेजी में भाषा परिवर्तन हेतु कुँजियों को नए सिरे से सैट किया जा सकता है। सामान्यत: भाषा परिवर्तन के लिए ALT+SHIFT को डिफाल्ट सेटिंग्स के रूप में रखा गया है। भाषा परिवर्तन संबंधी कुँजी सेट करने के उपरान्त ओ.के. प्रेस बटन को क्लिक कर दें।
इस क्रिया की समाप्ति के साथ ही कम्प्यूटर स्क्रीन की दाँए नीचे में एक टास्कबार बना मिलेगा जिसमें भाषा परिवर्तन, की-बोर्ड ले-आउट चयन, आटो टैक्स्ट सहायता तथा शब्द सूची आदि विकल्प उपयोगकर्ता के त्वरित संदर्भ हेतु मिलेंगे। इस टूल से कुल 07 की-बोर्ड ले-आउट में टंकण किया जा सकता है।
उपयोगकर्ता इस टूल के साथ वर्ड पैड, नोटपैड, एम.एस.वर्ड, एक्सेल, इन्टरनेट, पावर पाइन्ट, आउटलूक, फ्रन्ट पेज, इन्टरनेट एक्सप्लोरर, गुगल टॉक आदि किसी भी विंडोज एप्लिकेशन में कार्य सुगमता से करने में सक्षम हो पाएगा।
इंडिक आई.एम.ई. इन्स्टाल करने के उपरान्त एम.एस.वर्ड,वर्ड पैड अथवा नोट पैड कोई भी आफिस एप्पिलिकेशन ओपन करें।
ALT+SHIFT कुंजी को एक साथ दबाएं तथा की –बोर्ड आइकन में से वांछित की-बोर्ड सिलेक्ट कर लें। साथ ही ऑटो टैक्स्ट ऑन तथा ऑन-द–फ्लाय हेल्प ऑन करें। यहॉं हम लोग हिन्दी ट्रान्स्लीट्रेशन की–बोर्ड का उदाहरण दे रहे हैं। जिसमें अंग्रेजी उच्चारण अनुसार हिन्दी टंकण होता है।
अब हिन्दी उच्चारण अनुसार अंग्रेजी के कुंजी को दबाएं । ऐसा करते ही वर्ण विशेष से संबंधित समस्त मात्रा युक्त एक सहायक पटल स्क्रीन पर उभर आएगा जिसकी सहायता से आप हिन्दी में टंकण कर सकते हैं। यहॉं उदाहरण के लिए अंग्रेजी वर्ण S टाइप करने पर हिन्दी भाषा में उच्चारण के आधार पर प्रयुक्त समस्त मात्रायुक्त स वर्ण के विकल्प सहायता पटल पर उभर आए हैं। कृपया नोट कर लें कि ऐसे शब्दों जो अंग्रेजी भाषा के वावेल अर्थात AEIOU वर्ण से आरम्भ होते हैं को टाइप करते समय अलग से स्वर लगाने की आवश्यकता नहीं होती हैं। उदाहरण के लिए 'में' लिखने के लिए अंग्रेजी के m+a+e कुँजी दबाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके लिए अंग्रेजी के m+e वर्ण कुँजी को टाइप करने से ही मे शब्द टाइप हो जाएगा क्योंकि अंग्रेजी का e वर्ण स्वयं ही स्वर अर्थात वावेल है। इस की-बोर्ड ले आउट में अंग्रेजी भाषा के वावेल अर्थात AEIOU का बड़ा महत्व है।
हिन्दी टूलकिट कार्यप्रणाली एवं महत्व
प्राय: यह देखा गया है कि अधिकतर लोग अपने कम्प्यूटर में कतिपय कारणों से विंडोज एक्स.पी. या अन्य विंडोज एप्लिकेशन आधारित सॉफ्टवेयर का पूर्ण इन्स्टालेशन नहीं करते हैं। परिणामस्वरूप उनके कम्प्यूटर में सॉफ्टवेयर की सभी फाइलें नहीं लोड हो पाती हैं और नहीं प्रयोगकर्ता सॉफ्टवेयर की सभी विशेषताओं का लाभ उठा पाता हैं। उदाहरण के लिए यदि विंडोज एक्स.पी. सॉफ्टवेयर को पूरी तरह से इन्स्टाल नहीं किया गया तो कम्प्यूटर में हिन्दी 'इण्डिक आई.एम.ई.1(v5.1) टूल' इन्स्टाल करने पर कम्प्यूटर उक्त को सपोर्ट नहीं कर पाता तथा 'विन्डोज एक्स.पी. सी.डी.' को सीडी.रॉम में डाले जाने संबंधी निदेश स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। ऐसे में पूर्वोक्त सी.डी. नहीं होने पर आई.एम.ई. टूल का इन्स्टालेशन सफल नहीं हो पाता है।
इस समस्या का निराकरण हिन्दी टूलकिट से सहजता से संभव है। इसके इन्स्टालेशन से ऐसे कम्प्यूटर जिनमें विंडोज एक्स.पी. सॉफ्टवेयर को पूरी तरह से इन्स्टाल नहीं हुए हैं पर, आई.एम.ई. टूल के इन्स्टालेशन के दौरान काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट हेतु वांछित फाइल्स स्वत: ही इन्स्टाल हो जाते हैं तथा अलग से विंडोज सी.डी. की मॉंग नहीं दर्शाते हैं क्योंकि 'हिन्दी टूल कीट' में काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट हेतु वांछित सभी फाइलें (Win 2000/XP/2003) पहले से ही विद्यमान रहती हैं। इसके इन्स्टालेशन से विंडोज में स्वत: ही हिन्दी सपोर्ट इनेबल हो जाता है।
इसकी अन्य एक महत्वपूर्ण खूबी है कि इन्स्टालेशन के साथ ही 'हिन्दी आई.एम.ई. की-बोर्ड ले-आउट' विद्यमान अन्य की-बोर्ड ले-आउटों के साथ स्वत: ही प्रदर्शित हो जाता है जिसे ऑपरेटर / प्रयोगकर्ता माउस से 'ऐड' बटन दबाकर हिन्दी में कार्य करने योग्य बना सकता है।
नोट
एक्स .पी. कम्प्यूटर में इन्स्टालेशन के लिए इंडिक आईएमई 1 वर्जन 5.1, भाषा इंडिया .कॉम साइट से डाउनलोड कर उपयोग में लाया जा सकता है। पूर्वोक्त मशीन पर इंडिक आई.एम.ई. के सही प्रतिस्थापना हेतु हिन्दी टूलकिट सॉफ्टवेयर गुगल सर्च इंजिंन से डाउनलोड कर उपयोग में लाया जा सकता है।
विन्डोज विस्टा कम्प्यूटर में युनिकोड एप्पिलिकेशन इन्स्टालेशन के लिए HindiIndicInput2_32-bit भाषा इंडिया .कॉम साइट से डाउनलोड कर उपयोग में लाया जा सकता है। इसके इन्टालेशन हेतु हिन्दी टूलकिट सॉफ्टवेयर के इन्स्टालेशन की आवश्यकता नहीं होगी। HindiIndicInput2_32-bit सॉफ्टवेयर केवल विन्डोज विस्टायुक्त कम्प्यूटर को युनिकोड एनेबल बनाने हेतु तैयार किया गया है। विन्डोज विस्टा कम्प्यूटर में भी HindiIndicInput2_32-bit की इंस्टालेशन प्रक्रिया बहुत हद तक एक्स.पी. के सामान ही है बल्कि यह उससे भी आसान है।
समस्या एवं समाधान
प्रश्न: मैं अंग्रेजी में नहीं टाइप कर पा रहा हूँ ?
उत्तर: हिन्दी से अंग्रेजी में टंकण कार्य करने हेतु की-बोर्ड के बाँयी ओर विद्यमान ALT+SHIFT कुंजी को एक साथ दबाएं। ऐसा करते ही हिन्दी इंडिक आई.एम.ई. निष्क्रीय हो जाएगा तथा अब आप अंग्रेजी में कार्य कर सकेंगे।
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