अंक भरना/लगाना,मु. गले लगाना,आलिंगन करना मॉं ने बच्चे को अंक लगाया (भर लिया)। अंकुश न मानाना ,मु. ढिठाई करना आजकल के लड़के बड़ों का अंकुश नहीं मानते हैं। अंग-अंग खिल उठना,मु. प्रसन्न हो जाना प्रतियोगिता में प्रथम आने पर उसका अंग-अंग खिल उठा। अंग-अंग फूले न समाना,मु. अहुत आनंदित होना मैच जीतने पर कप्तान अंग-अंग फूले न समा रहा था। अंग टूटना,मु. थकावट से शरीर में दर्द होना दिन भर काम करते रहने से अंग टूट रहा था। अंग लगना,मु. ताकत देना खाता – पीता बहुत है, पर कुछ अंग नहीं लगता है। अंगार उगलना,मु. क्रोध में बुरा-भला कहना ज़रा सी-बात पर चिढ़कर लाला जीअंगार उगलने लगते हैं। अंगार/अंगारे बरसना,मु. कड़ी धूप होना मई के दिनों में अंगारे बरसते हैं। अंगारों पर पैर रखना,मु. जोखिम मौल लेना व्यापार में संभलकर चलना,अंगारों पर पैर न रखना । अंगारों पर लोटना,मु. रोष और डाह के मारे कुढ़ना मेरी उन्नति देख-देख कर मेरा एक मित्र अंगारों पर लोटता है। अँगूठा दिखाना ,मु. समय पर इंकार कर देना विनोद ने मेरी सहायता करने का वादा किया था,पर कल जब उसके पास गए तो उसने अँगूठा दिखा दिया। अँगूठी का नगीना,मु. सजीला और सुन्दर दूल्हा बना था अँगूठी का नगीना। अँगूठे पर मारना,मु. परवाह न करना वह अपने को मीसमार खॉं समझता है, मैं ऐसे वैसों को अँगूठे पर मारता हूँ। अंगूर खट्टे होना,मु. प्राप्त न हो सकने पर उस वस्तु को रद्दी बताना वह नौकरी अच्छी नहीं थी, तभी तो उसने कहा अँगूर खट्टे हैं। अंजर-पंजर ढीला होना,मु. अंग-अंग ढीला होना मुकद्दमा हारने पर उसका अंजर-पंजर ढीला हो गया। अंटाचित करना,मु. पछाड़ देना हमारे पहलवान ने उसे एक ही दाव में अंटाचित कर दिया। अंटी मरना, ,मु. चाल चलना जुआरिए ने ऐसी अंटी मारी कि दूसरे का सब कुछ जीत लिया। अंडा फूट जाना,मु. भेद खुल ज़ाना चोर का साथी पुलिस से मिल गया और अंडा फूट गया। अंडे सेना,मु. घर में बेकार बैठे रहना कुछ काम करो, घर में क्या अंडे सेते रहते हो। अंत पाना/लेना,मु. भेद जानना प्रधान मंत्री की नीति का अंत पाना/लेना आसान नहीं है। अंत बिगाड़ना,मु. परिणाम खराब कर लेना अच्छा-भला काम चल रहा था,एसकी एक करतूत ने अंत बिगाड़ दिया। अँतडियॉं कुलबुलाना,मु. बहुत भूख लगना अरे, कुछ खिला दो।मेरी अँतडियॉं कुलबुला रही हैं। अँतडियॉं गले पड़ना,मु. संकट में पड़ना उसके पिताजी की मृत्यु के पश्चात अँतडियॉं उसके गले पड़ गई। अँतडियों में बल पड़ना,मु. पेट में दर्द होना मसखरे ने इतना हँसाया कि अँतडियों में बल पड़ गया। अंदर होना,मु. जेल मे बंद होना शहर के सब गुंडे अंदर हो गए। अंधाधुंध लुटाना,मु. बहुत अपव्यय करना बाप-दादा का सारा धन उसने अंधाधुंध लुटा दिया। अंधा बनाना मुर्ख बनाकर धोखा देना मैं सावधान हूँ, वह मुझे अंधा नहीं बना सकता है। अंधे की लकड़ी/लाठी एकमात्र सहारा बेटा मर गया। अब पोता ही उस अंधे की लकड़ी है। अंधे के हाथ बटेर लगना,मु. बिना प्रयास भारी चीज पा लेना लाटरी क्या मिली , अंधे के हाथ बटेर लग गई। अंधेरखाता,मु. अन्याय सब जगह लूट मची है। अंधेरखाता है। अंधेर नगरी,मु. जहॉं धॉंधली हो टके सेर भाजी, टके सेर खाजा – यही तो अंधेर नगरी है। अँधेरे घर का उजाला,मु. इकालौता बेटा दो लड़के मर गए। अब विनीत ही मेरे अँधेर का उजाला है। अँधेरे में रखना,मु. भेद रखना मुझे इस बारे में कुछ नहीं बाताया। मुझे तो सदा अंधेरे में रखा। अँधों में काना राजा,मु. अयोगय के बीच कम योग्यता प्राप्त भी सम्मान पाता है गॉंवों में लेखपाल ही अँधों में कानों में काना राजा है। अक्ल का अंधा,मु. मूर्ख तुमने वहॉं कुछ और कह दिया । तुम हो ही अक्ल के अंधे । अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना,मु. मूर्चाता का काम करना हर काम बिगाड़ देते हो। क्यों अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरते हो। अक्ल पर पत्थर/परदा पड़ना,मु. समझ न रहना ऐसा क्यों किया। क्या तुम्हारे अक्ल पर पत्थर /परदा पड़ गया था। अगर-मगर करना,मु. बहाना करना मैं रोज़ पैसा मॉंगने आता हूँ और तुम अगर-मगर करके टाल देते हो। अटकलें भिड़ाना,मु. उपाय सोचना मैं अब्कलें भिड़ाता रह गया। परन्तु कुछ समझ में नहीं आया। अठखेलियॉं सूझना,मु. हँसी-दिल्लगी करना मैं फेल हो गया और तुम्हें अठखेलियॉं सूझ रही हैं। अडियल टट्टू,मु. हठी, जिद्दी अरे कुछ मेरी भी सुनोगे या अडियल टट्टू बने अपनी ही मनाते रहोगे। अड्डे पर चहकना,मु. अपने घर पर रोब दिखाना बाहर आओ तो तुम्हें समझ लें, अड्डे पर ही चहकते फिरते हो। अढ़ाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना,मु. सब से अलग सोच–विचार रखना कहता है मैं तांगे पर जाऊँगा। बस यों ही अढ़ाईचावल की खिचड़ी अलग पकाता है। अढ़ाई दिन की बादशाहत,मु. थोड़े दिन की शान-शौकत मंत्री जी हटा दिए गए। अढ़ाई दिन की बादशाहत थी। खत्म हो गई। अधर में लटकना या झूलना,मु. द्विविधा में पड़ा रह जाना अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। सारा मामला अधर में लटका है। अन्न जल उठ जाना,मु. किसी जगह से चले जाना मेरा स्थानांतरण हो रहा है। अब यहॉं से मेरा अन्न जल उठ गया है। अन्न न लगना,मु. खा-पीकर भी मोटा न होना अच्छे से अच्छा खाना खाता है। फिर भी लड़के के अन्न नहीं लगता है। अपना-अपना राग अलापना,मु. अपनी ही बातें कहना वे दूसरों की नहीं सुनता। बस अपना-अपना राग अलापते हैं। अपना उल्लू सीधा करना,मु. अपना मतलब निकालना ये राजनितिक लोग जनता के हित की नहीं सोचते हैं बस अपना उल्लू सीधा करते हैं। अपना सा मुँह लेकर रह जाना,मु. लज्जित होना जब मैंने उसका झूठ सिद्ध कर दिया तो वह अपना सा मुँह लेकर रह गया। अपनी खाल में मस्त रहना,मु. अपनी दशा से संतुष्ट रहना रमेश अपनी खाल में मस्त रहता है । उसे दुनिया की कोई फिक्र नहीं है। अपनी खिचड़ी अलग पकाना,मु. अलग-थलग रहना हम तो सहकारिता में विश्वास रखते है, पर वह अपनी खिचड़ी अलग पकाता है। अपने पॉंव पर आप कुल्हाड़ी मारना,मु. अपना अहित करना पकड़े गए ना नकल करते। तुमने अपने पॉंव पर आप कुल्हाड़ी मारी है। अपने पैरों पर खड़ा होना,मु. स्वावलंबी होना लड़का अब काफी कमा लेता है। कम से कम अपने पैरों पर खड़ा हो गया है। अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनाना,मु. अपनी बड़ाई आप ही करना कोई तुम्हारी तारीफ करे तब तो बात है । तुम तो आप अपने मियाँ मिट्ठू बनते हो। अपने में न होना,मु. होश में न होना अनाप-शनाप बक रहा है। लगता है वह अपने में नहीं है। अब तब करना,मु. टाल देना अब तब करते रहते हो। कभी हमारी किताब लौटाओगे या नहीं । अब तब होना,मु. मरने वाला होना अब दवा-दारू बेकार है, यह तो अब तब हो रहा है। अबे-तबे करना,मु. आदर से न बोलना अपने से बड़ों के साथ अबे-तबे मत किया करो।
यह ब्लॉग समर्पित है उन लोगों को जिन्हें अपनी राजभाषा हिन्दी से प्रेम है तथा तमाम कठिनाइयों के बावजूद भी उसकी प्रगति के लिए प्रयासरत है। जय हिन्द , जय भारत।
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010
हिन्दी मुहावरा संग्रह - अ
हिन्दी मुहावरा संग्रह - अ
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achchha sangrah hai.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !!!
हटाएंअंक में लेना या अंक भरना एक ही है या भावार्थ अलग हैं?
जवाब देंहटाएंएक ही है
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