मायक्रोसाफ्ट इंडिंक
इनपूट टूल (बिटा) की कार्यप्रणाली
राजभाषा विभाग, भारत सरकार द्वारा राजभाषा हिन्दी को सर्वव्यापी बनाने तथा युनिकोड में हिन्दी टंकण को प्रोत्साहित करने हेतु समय-समय पर परिपत्र आदि परिचालित किए जाते हैं। वस्तुत: युनिकोड स्क्रीप्ट में ही हिन्दी भाषा की प्रगति संभव है क्योंकि युनिकोड में टंकित पाठ्यसामग्री को देखने अथवा पढ़ने के लिए कम्प्यूटर पर अलग से हिन्दी फॉन्ट इन्स्टाल करने की आवश्यकता नहीं होती है । युनिकोड में टंकित पाठ्यसामग्री को वेबसाइट पर अपलोड करना तथा पढ़ पाना संभव हो पाता है। वर्तमान में युनिकोड फॉन्ट तो डिफाल्ट फॉन्ट के रूप में माइक्रोसाफ्ट कम्पनी द्वारा निर्मित माइक्रोसाफ्ट 2000 तथा उसके बाद के संस्करण वाले सॉफ्टवेयरों में विद्यमान रहता है। इस अंक में विंडोज विस्टा कम्प्यूटर को युनिकोड एनेबल्ड करने हेतु मायक्रोसाफ्ट इंडिंक इनपूट टूल (बिटा) के इन्स्टालेशन की जानकारी प्रस्तुत है।
सिस्टम
की आवश्यकताऍं
विंडोज एक्स.पी.
सर्विस पैक 2 + (32-बिट)
माइक्रोसाफ्ट डॉट
नेट फ्रेमवर्क 2.0
माइक्रोसाफ्ट विन्डोज
इंस्टालर 3.1
|
समर्थित
हार्डवेयर
1 GHz 32-बिट (x86) या 64-बिट (x64) प्रोसेसर
512 MB सिस्टम मेमरी |
विंडोज एक्स.पी.
में इन्स्टालेशन
सर्वप्रथम यह सुनिश्चित करें की आपके कम्प्यूटर में माइक्रोसाफ्ट डॉट नेट फ्रेमवर्क 2.0 तथा माइक्रोसाफ्ट विन्डोज
इंस्टालर 3.1 इन्स्टाल हैं । यदि नहीं तो उन्हें लोड
करने के उपरान्त हिन्दी ई.एक्स.ई. फाइल को रन कर सिस्टम को रिबूट कर दें। ऐसा करते ही आपके कम्प्यूटर पर हिन्दी मायक्रोसाफ्ट
इंडिंक इनपूट टूल (बिटा वर्जन) इन्स्टाल हो
जाएगा।
विंडोज में हिन्दी
सपोर्ट इनेबल करना: अपने कम्प्यूटर के क्रमश:
र्स्टाट एवं प्रोग्राम मेन्यू से होते हुए कन्ट्रोल
पैनल' में जाऍं। वहॉं 'रिजनल एण्ड लैंग्वेज ऑप्शन' को सक्रिय करते हुए 'लैंग्वेज' टैब
को क्लिक करें।
तदुपरान्त
'इन्स्टाल
फाइल्स फार काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट चेक बॉक्स' के सम्मुख
प्रदर्शित चेक बॉक्स को क्लिक कर 'ओ.के.'
प्रेस बटन को दबाएं। यदि आपके कम्प्यूटर में विंडोज एक्स.पी. पूर्ण रूप से इन्स्टाल
किया गया होगा तो सिस्टम स्वत: ही काम्पेलेक्स स्क्रिप्ट हेतु वांछित फाइल्स
इन्स्टाल कर देगा अन्यथा विन्डोज एक्स.पी. सी.डी. को सीडी.रॉम में डाले जाने
संबंधी निदेश स्क्रीन पर प्रदर्शित करेगा। सीडी.रॉम में वांछित सी.डी. डाले जाने
पर कम्प्यूटर स्वत: ही आवश्यक फाइल्स ग्रहण कर लेगा। ऐसा होते ही इन्डिक
लैंग्वेज सपोर्ट आपके कम्प्यूटर पर इंस्टाल हो जाएगा। इन्स्टालेशन के अन्तिम
चरण में कम्प्यूटर को 'रिस्टार्ट' करें।
इण्डिक
आई.एम.ई. की-बोर्ड जोड़ना: पूर्वोक्त विधि द्वारा क्रमश: स्टार्ट, सेटिंग्स तथा
कन्टोल पैनल मैन्यू से होते हुए रिजनल एण्ड लैंग्वेज
ऑप्शन डायलॉग बॉक्स के 'लैंग्वेज' टैब को सक्रिय कर 'डिटेल'
प्रेस बटन को क्लिक करें। ऐसा करते ही 'टेक्स्ट सर्विस
एण्ड इनपूट लैंग्वेज सर्विस डायलॉग बॉक्स' प्रदर्शित हो
जाएगा जिसमें आपके सिस्टम में विद्यमान विविध की-बोर्ड तथा उन्हें जोड़ने और
हटाने हेतु 'ऐड' व 'रिमूव' प्रेस बटन दिखाई देंगे। 'ऐड'
बटन को माउस द्वारा प्रेस कर 'इनपूट लैंग्वेज'
सूची में 'हिन्दी' तथा प्रदर्शित 'की-बोर्ड
ले-आउट' में 'हिन्दी आई.एम.ई. की-बोर्ड ले-आउट'
को चुन कर 'अप्लाय' व 'ओ.के.'
बटन को क्लिक करें। ऐसा होते ही हिन्दी आई.एम.ई. की-बोर्ड आपके कम्प्यूटर से
जुड़ जाएगा। अब टैक्स्ट
सर्विस एण्ड इनपॅट लैंग्वेजेस डॉयलग बॉक्स के सेटिंग टैब को क्लिक कर क्रमश: लैंग्वेज बार को क्लिक करें।
इस क्रिया की
समाप्ति के साथ ही कम्प्यूटर स्क्रीन की दाँए नीचे में एक टास्कबार बना मिलेगा
जिसमें भाषा परिवर्तन तथा वर्चुअल की – बोर्ड तथा हिन्दी, बंगाली, तमिल,तेलुगू, कन्नडा, मलयालम तथा अंग्रेजी भाषा में टंकण करने के विकल्प बने मिलेंगे । इस टूल से केवल ट्रान्स्लिट्रेशन की-बोर्ड ले-आउट
में टंकण किया जा सकता है।
इंडिक आई.एम.ई. का प्रयोग कैसे करें:- उपयोगकर्ता इस टूल के साथ वर्ड पैड, नोटपैड, एम.एस.वर्ड, एक्सेल, इन्टरनेट, पावर पाइन्ट, आउटलूक, फ्रन्ट पेज, इन्टरनेट एक्सप्लोरर, गुगल टॉक आदि किसी भी विंडोज एप्लिकेशन में कार्य सुगमता से करने में सक्षम हो पाएगा। इस टूल से हिन्दी ट्रान्स्लिट्रेशन की-बोर्ड ले आउट में ही
टाइप किया जा सकेगा । जैसे ही आप अंग्रेजी में कोई शब्द टाइप करेंगे तथा स्पेसबार
या अल्प विराम कुँजी प्रेस करेंगे उस समय
टंकित शब्द के उच्चारण आधारित विविध हिन्दी शब्द उभर आएंगे।
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